जानिए ब्लड ग्रुप के बारे मे सब कुछ

क्या आपके पास भी ब्लड डोनेट करने का कभी कोई मैसेज आया है? हमने कभी ना कभी ऐसी सिचुएशन को जरूर फेस किया होगा। आपने क्या कभी ये सोचा है कि ऐसा ब्लड ग्रुप भी होता है? जो सबको ब्लड डोनेट कर सकता है यानी यूनिवर्सल डोनर है। ऐसा ब्लड ग्रुप भी होता है जो रेयर। ये बहुत ही कम पाया जाता है और उसे गोल्डन ब्लड कहा जाता है। चलिए आज बात करते हैं अलग अलग ब्लड ग्रुप्स की सबसे पहले जानते हैं कैसे तय होते हैं ब्लड ग्रुप्स आप तो ये जानते होंगे कि हमारे खून में रेड ब्लड सेल्स व्हाइट ब्लड सेल्स और प्लेट्लेट्स होते हैं। इन रेड ब्लड सेल्स या आरबीसी पर ऐंटीबॉडी और ऐंटीजेन होते हैं और ये बताते हैं कि आपका ब्लड ग्रुप क्या होगा? ब्लड टाइप ए में सिर्फ ए एंटीजन्स होते हैं, ब्लड बी में सिर्फ बी ब्लड के होते हैं। ए बी में दोनों एंटीजन्स होते हैं और टाइप ओह में दोनों ही नहीं होते। ये तो हुआ ए बी ओह। ब्लड सिस्टम एक और ब्लड सिस्टम होता है जिसे कहा जाता है। आर हेच सिस्टम? रेड ब्लड सेल्स में एक और तरह का एंटीजन होता है। इसे आर हेच डी कहा जाता है। जब खून में आर हेच डी एंटीजन होता है तो इसे पॉज़िटिव कहा जाता है। अगर ना हो तो नेगेटिव टाइप कहा जाता है। नहीं समझे? मैं बताती हूँ अगर आपका ब्लड ग्रुप ए है। और आर हेच डी मौजूद है तो आपका ब्लड ग्रुप होगा। ए पॉज़िटिव अगर आर हेच डी एंटीजन नहीं है तो होगा ए नेगेटिव यानी आठ ब्लड ग्रुप्स बनते हैं। इसमें से ये तो मेजर कैटेगरी के ब्लड ग्रुप्स है, लेकिन इस मेजर ब्लड ग्रुप्स के अलावा माइनर ब्लड ग्रुप सिस्टम भी होता है।
यानी ए, बी, ओह और आर हेच सिस्टम के इतर भी ब्लड ग्रुप सिस्टम्स होते हैं। हालांकि ये ब्लड सिस्टम मेजर सिस्टम्स की तुलना में कम लोगों में पाए जाते हैं। इसीलिए इन्हें माइनर ब्लड सिस्टम कहा जाता है। इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ़ ब्लड ट्रांसफ्यूशन के अनुसार 47 ऐसे ब्लड ग्रुप सिस्टम्स को अभी तक रजिस्टर किया जा चुका है। और अभी भी कुछ सिस्टम्स तो डिस्कवरी हो रहे हैं? ए बी ओह और आर हेच सिस्टम में कामन और दुर्लभ ब्लड ग्रुप्स की बात कर लेते हैं। अस्पताल के ब्लड ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन के चेयरपर्सन से जानते है भारत के बारे में। परसेंटेज की बात की जाए तो जीतने भी तो आर हेच पॉज़िटिव ब्लड ग्रुप्स होते हैं वो करीब 19 5% पॉपुलेशन में मिलते हैं इंडिया में और आर हेच नेगेटिव जो ब्लड है, वो 5% ऑर लेस्स थान 5% पॉपुलेशन में मिलते हैं इंडिया में। नॉर्थ इंडिया में जो सबसे कामन ब्लड ग्रुप मिलता है वो है बी ब्लड ग्रुप और साउथ इंडिया में अगर चले जाए तो वहाँ पे वो ग्रुप ज्यादा कामन है। देखिए जो सबसे रेयर ब्लड ग्रुप है वो ए बी है। अब बात रेयर ब्लड ग्रुप्स की सबसे पहले बात आर। हेच नल ग्रुप की। ये रेयर ग्रुप दुनिया के कम लोगों में पाया जाता है। इसे गोल्डन ब्लड भी कहा जाता है। अब तक पूरी दुनिया में इस तरह के 50 से भी कम मामले सामने आए हैं। इसमें आर हेच का कोई एंटीजन नहीं होता है। अब बात बॉम्बे ब्लड ग्रुप की। इंडियन काउन्सिल फॉर मेडिकल रिसर्च के मुताबिक बॉम्बे ब्लड ग्रुप एक रेयर ब्लड ग्रुप है। हालांकि बॉम्बे ब्लड ग्रुप के लोग पूरे देश में मिलते हैं, लेकिन इस ग्रुप के सबसे ज्यादा लोग महाराष्ट्र में ही पाए जाते हैं। आई सीएम आर का कहना है कि अब तक 100 से थोड़े ज्यादा बॉम्बे ब्लड ग्रुप डोनर्स को रेयर डोनर रजिस्ट्री ऑफ़ इंडिया में रजिस्टर किया गया है। अब ये ब्लड ग्रुप आपको मिलते कैसे हैं ब्लड ग्रुप? विरासत में मिलते हैं। आँखों के रंग की तरह ब्लड ग्रुप भी आपके माता पिता से अनुवांशिक रूप से पास ऑन होते हैं। इसके बारे में जानिए पैथोलॉजिस्ट से।

Post a Comment

0 Comments