कैसे ct scan machine काम करती है

आज हम बात करेंगे सीटी स्कैन एक ऐसा टेस्ट है जिसमें एक्सरे स्कैनर और कंप्यूटर सिस्टम की मदद से डिफरेंट बॉडी पार्ट्स को डायग्नोज किया जाता है सीटी स्कैन से इंटरनल बॉडी पार्ट्स की 3d इमेजेस ली जाती हैं ताकि टिशूज और ऑर्गन्स को डिटेल में स्टडी किया जा सके सीटी स्कैन में एक्सरे स्कैनर का एक पार्ट डोनट शेप का होता है जो हमारी बॉडी के अराउंड 360° पर मूव करता है और 3d इमेजेस कैप्चर करता है यह 3d इमेजेस कंप्यूटर सिस्टम पर अपीयर होती हैं जिन्हें एनालाइज करके पेशेंट की कंडीशन मालूम की जाती है सीटी स्कैन कैसे परफॉर्म किया जाता है सीटी स्कैन के लिए पेशेंट्स को गाइड किया जाता है कि वह प्रोसीजर के दौरान अपने पास कोई मेटल वाली चीज ना रखें और मूवमेंट भी ना करें ताकि इमेजेस की क्वालिटी क्लियर रहे अगर कभी प्रोसीजर के दौरान चेस्ट मोशन यानी कि रेस्पिरेशन की वजह से इमेजेस ब्लर हो जाए तो पेशेंट को थोड़ी देर तक सांस रोकने का कहा जाता है ताकि इमेजेस की क्वालिटी पर फर्क ना पड़े और वह ब्लर ना हो प्रोसीजर स्टार्ट करने से पहले पेशेंट को टेबल पर लिटाया जाता है और टेबल को मूव करके पेशेंट को करेक्ट पोजीशन में लाया जाता है प्रोसीजर के दौरान मशीन को 360 डिग्री पर मूव किया जाता है ताकि बॉडी पार्ट्स की डिफरेंट एंगल से 3डी इमेजेस ली जा सके सिटी स्कैन क्यों परफॉर्म किया जाता है ऐसी कंडीशंस या इंजरी जो हमारे डीपर बॉडी पार्ट्स में हो उन्हें एक्स रेस और अल्ट्रासाउंड से डिटेक्ट करना बहुत मु मुश्किल होता है इसलिए ऐसी कंडीशंस को सीटी स्कैन से डिटेक्ट किया जाता है
ताकि बॉडी पार्ट्स की डिटेल एनालिसिस की जा सके और ट्रीटमेंट में आसानी हो कुछ अहम कंडीशंस और डिजीसस जिनमें सीटी स्कैनिंग ज्यादा इफेक्टिव होती है उनमें डिफरेंट बॉडी ऑर्गन्स वैस्कुलर डिजीसस और मालफॉर्मेशन की एग्जामिनेशन शामिल है सीटी स्कैन फॉर डिफरेंट बॉडी ऑर्गन्स ऐसी कंडीशंस जो हमारे लंग्स किडनीज या एब्डोमेन को डैमेज कर दें या इन ऑर्गन्स में कैंसर की वजह बने जैसा कि किडनी ट्यूमर वगैरह तो इन्हें डायग्नोज करने के लिए सिटी स्कैन किया जाता है सिटी स्कैन से ट्यूमर की लोकेशन और साइज दोनों मालूम किए जा सकते हैं जिससे के ट्यूमर की ट्रीटमेंट आसान हो जाती है सिटी स्कैन फॉर वैस्कुलर डिजीज एंड मैल फॉर्मेशन अगर हमारी ब्लड वेसल्स में डिफरेंट पॉइंट्स पर ब्लड क्लोटिंग हो जाए जैसा कि पल्मोनरी एंबॉलिज्म तो ऐसी कंडीशंस लंग्स या किडनी फेलियर और हार्ट अटैक की वजह बनती हैं इसलिए इन्हें डायग्नोज करना और ट्रीट करना जरूरी होता है ऐसी कंडीशंस को डिटेक्ट करने के लिए सीटी स्कैन रिकमेंड किया जाता है इसी तरह बायोप्सीज ट्यूमर सर्जरीज और ऑर्गन ट्रांसप्लांट्स में भी सीटी स्कैन के थ्रू पाथवेज डिफाइन किए जाते हैं ताकि सॉफ्ट टिशूज को डैमेज होने से बचाया जा सके शुक्रिया.

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