
आप लोगों ने शायद नोटिस करा होगा। कभी कभी जब बच्चा पैदा होता है तो उसकी शारीरिक बनावट में कुछ डिफेक्ट यानी की कमियां रह जाती है। उसी में से एक कमी है हाइड्रो सिफिलस हाइड्रो मीन्स पानी सिफिलस मीन्स ब्रेन मतलब की जब बच्चे के ब्रेन में? सिर में पानी भर जाता है। बच्चे का सिर का साइज बहुत ज्यादा बड़ा हो जाता है। उसका फेस का साइज नॉर्मल रहता है, लेकिन तो ऐसे बच्चों में जिनका सिर में पानी भर जाता है, ब्रेन में सी एस ऐफ़ अक्यूलेट हो जाता है तो इसको हम हाइड्रोसिफाइलस कहते हैं। हाइड्रोसिफाइलस दो प्रकार का हो सकता है। नंबर वन पे जो है वो है कंजेनिटल कंजेनिटल मीन्स भाई बर्थ मतलब जब बच्चा पैदा हुआ हमारे सामने आया तब बच्चे में ये कमी शारीरिक बनावट में ये कमिया मौजूद थी। यानी बच्चा जब माँ के पेट में था, तीसरा सा चौथा महीना चल रहा था और बच्चे की ऑर्गन गिनेसेस शुरू हो गयी थी। तभी ये प्रॉब्लम शुरू हो चुकी थी। मतलब की बच्चे के जो अंग बने थे वो प्रॉपर तरीके से नहीं बने थे और उनमें ये कमिया रह गयी थी। इसलिए शायद कहा जाता है। कि जब भी माँ प्रेग्नेंट होती है तो अल्ट्रासाउंड हमें टाइम से करा लेना चाहिए। तीसरे मन से अल्ट्रासाउंड शुरू कर देना चाहिए क्योंकि ये जो प्रॉब्लम होती है चौथे महीने में हम अल्ट्रासाउंड में डिटेक्ट कर सकते हैं और पेशेंट को भी समझा सकते हैं कि आपके बच्चे का ब्रेन या दिमाग अच्छी तरह से विकसित नहीं हुआ है और उसके साथ पीठ में फोड़ा भी है तो ऐसे बच्चे बच्चों को हम टर्मिनेशन करने की सलाह देते हैं। बच्चों में जो हाइड्रोसिफीस होता है, उसका सबसे मुख्य कारण होता है माँ को इन्फेक्शन होना। माँ को कोई इन्फेक्शन हो जाता है

जैसे की टॉर्च इन्फेक्शन होना। टॉर्च में तीन से चार इन्फेक्शन हो सकते हैं। इसमें टी स्टैंड फॉर टॉक्सोप्लास्मा, हँसी स्टैंड फॉर सेटोमीगलोवायरस, आर स्टैंड फॉर रूबेला या मदर को हर्पीज वाइरस भी हो सकता है। तो इन इन्फेक्शन की वजह से बच्चे में हाइड्रोसिफेलस हो सकता है। जो दूसरा मुख्य कारण है वो है एकूईडक्टल एस्टेनोसिस। जो थर्ड वेंटिकल और फॉर्थ वेंटिकल के बीच में जो पैसेज होता है, वो अगर नैरो हो जाता है, उसमें भी एस्टिनोसिस हो जाती है, तो उसकी वजह से थर्ड वेंटिकल से जो सी एस ऐफ़ होता है, वो थर्ड वेंटिकल से फॉर्थ वेंटिकल तक नहीं पहुँच पाता तो इसकी वजह से लैटरल वेंटिकल और थर्ड वेंटिकल डिलीटेड हो जाते हैं और इसे इस हाइड्रोसीफेलिस को नॉन कम्यूनिकेटिंग हाइड्रोसीफेलिस कहते हैं जो कि बच्चों में सबसे मुख्य कारण होता है। मोस्ट ऑफ़ दी टाइम हाइड्रोसीफेलिस इस असोसिएटेड विथ मेन्जोसील अब ये मेन्जोसील क्या होता है? मेन्जोसील में क्या होता है जो हमारी रीढ़ की हड्डी है? उसमें एल फोर एल फाइव के लेवल पे यूश़ूअली में एक डिफेक्ट होता है। इसकी वजह से स्पाइनल नर्व और उसकी रूट्स बाहर निकल जाती है के रूप में पीठ पे आ जाती है, जिसे आम भाषा में फोड़ा कहते हैं और इसमें स्पाइनल रूट के साथ साथ सी एस ऐफ़ बी अक्यूलेट हो जाता है।

जो ट्यूबरकुलस मेनिनजाइटिस होता है जो दिमाग की टीबी होती है उसमें ये हाइड्रोसेफिलस हो सकता है। नंबर दो पे जो ब्रेन के इन्फेक्शन आते हैं उसकी वजह से भी ये हाइड्रोसेफिलस हो सकता है या सिर में कभी चोट लगती है। जिसे कहते हैं उसमें भी ये हाइड्रोसेफिलस बन सकता है। अब ये सीएसएफ क्या है? सीएसएफ सेरेब्रो स्पाइनल फ्लूइड है। ये एक तरह का पानी है जो कि क्लियर कलरलेस फ्लूइड होता है जो कि ब्रेन के अंदर नॉर्मल्ली बेंटेकेस में होता है और ये बेंटेकेस से होता हुआ ब्रेन के अंदर से होता हुआ ब्रेन के। चारो तरफ ये सब होता है, उसमें फ्लो करता है। ब्रेन में चार बेंटिकल होते है, दो लेटर बेंटिकल होते है, एक थर्ड बेंटिकल होता है और उसके नीचे फॉर्थ बेंटिकल होता है। ये बेंटिकल में फ्लो करता है और इसी तरह से स्पाइनल जो होती है उसके बाहर जो स्पेस होता है सब उसमें ये सी एस ऐफ़ नॉर्मल्ली फ्लो करता है। ये इसके क्या फंक्शन है ये एक कुशन की तरह काम करता है। मतलब कि जब भी हमारे शरीर में कोई चोट लगती है, सिर में चोट लगती है तो ये हमारे ब्रेन को प्रोटेक्ट करता है जिससे हमारे ब्रेन को और स्पाइनल कार्ड को कोई चोट ना लग सके। तो सी एस ऐफ़ जो नॉर्मल्ली सी एस ऐफ़ बेनेटिकल्स में फ्लो करता है तो अगर इसका इसी लेवल पे इसका ब्लॉकेज हो जाता है। थर्ड या फॉर्थ बेनेटिकल के बीच में जो कैनाल होती है जिसे कहते हैं ये अगर नैरो हो जाती है तो जो सी एस ऐफ़ होता है वो लेटरल दोनों लेटरल में। इकट्ठा हो जाता है, जिसकी वजह से जो बेंटिकलेस होते है उनका साइज हो जाता है जिसे कहते है और इसकी वजह से ही हाइड्रोसिफेलस डेवलॅप हो जाता है। ये सी एस ऐफ़ किन कारणों से ज्यादा?
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