नमस्कार, मैं डॉक्टर D.K Chauhan में आप सभी का स्वागत करता हूँँ। मेडिकल हेल्थ कियर की तरफ से आप यदि प्रेग्नेंट लेडी के हज़्बंड हैं, तो यह जानकारी स्पेशल आपके लिए है। आज हम देखेंगे पति की जिम्मेदारी पत्नी के गर्भावस्था में। यदि आपकी पत्नी प्रेग्नेंट है तो अभी आपको दो रोल अदा करने है पहला पति का और दूसरा पिता का। अब जिम्मेदारियां बढ़ने वाली है। घर में आने वाला बेबी नन्हा मेहमान खुशियां लेकर आ रहा है।

इसीलिए। आपको भी रेस्पोंसिबल पिता की ज़िम्मेदारी निभानी है? बेबी दोनों का होता है लेकिन एक बार प्रेगनेंसी रह गई कि माता का रोल नौ महीने तक अहम होता है और तक पति बेबी के फ्यूचर के लेकिन मैं आपको एक बात बताती हूँ यदि आप प्रेग्नेंट लेडी के हज्बंड हैं तो आपने इन सभी बातों को ध्यानपूर्वक सुनना है। समझना है सबसे पहले तो आप कितने ही क्यों ना बीज़ी हो आपको अपनी पत्नी के लिए? काम में लग जाता है। और अपने बच्चे के लिए दिन में कम से कम 5-10 मिनट का समय जरूर निकालना है। उनको क्वालिटी टाइम आपको देना है। गर्भावस्था में स्त्री के शरीर में हार्मोन के कारण बहुत सारे चेंजस आते हैं जिससे उसे कभी चिड़चिड़ापन। अकेलापन महसूस होता है, मूड स्विंग होता है, वह कभी बहुत खुश तो कभी नाराज़ होती है। आपको उनकी इन परेशानियों को समझना है

और उसे समझ कर दूर करने में उनकी सहायता करनी है। उन्हें यह एहसास दिलाएं कि आप हर परिस्थिति में उनके साथ हैं। अपनी पत्नी के साथ डॉक्टर के पास चेक अप के लिए साथ में जाए। बहुत बार देखा जाता है कि हज़्बंड वाइफ दोनों रहते हैं और दोनों भी जॉब करते हैं। तब? पत्नी को अकेले ही चेक अप के लिए जाना पड़ता है लेकिन तब ऐसे ना करते हुए उनके साथ आपको जाना चाहिए। इससे उसको मोरल सपोर्ट मिलता है। गर्भावस्था में आप उनके साथ है? यह अनुभूति उन्हें होनी चाहिए। अपनी पत्नी को दवाईयां टाइम पर लेने के लिए प्रोत्साहित करें तथा व्यायाम प्राणायाम करने के लिए प्रवृत्त करें। आपके खुद के काम जीतने आप खुद कर सकते हैं। खुद कीजिये गर्भावस्था में प्रेरणादायी।
0 Comments